मैहर में 12 साल की मासूम के साथ गैंगरेप, चाॅकलेट देने के बहाने पड़ोसी ले गया जंगल, प्राइवेट पार्ट में डाली लकड़ी, मरा समझ छोड़कर चले गए
ब्रह्मवाक्य मैहर। एमपी के मैहर में मां शारदा धर्म नगरी में दिल्ली की निर्भया जैसा गैंगरेप हुआ है। यहां पड़ोसी ने 12 वर्ष की मासूम बच्ची को चाॅकलेट देने के बहाने पास के जंगल में ले गया। इसके बाद साथी को बुलाया। आधी रात तक बारी-बारी से आरोपियों ने दुष्कर्म किया। जब लड़की बेहोश हो गई। तब आरोपियों ने प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी। फिर मरा समझकर जंगल में फेंक अपने-अपने घर चले गए।
मिली जानकाररी के मुताबित मैहर मंदिर के नजदीक 27 जुलाई की दोपहर 12 वर्षीय बच्ची खेल रही थी परिवार के सदस्य मजदूरी करने गए थे घर में सिर्फ दादी थी पीड़िता खेलते-खेलते रोड तरफ गयी तभी पड़ोस में रहने वाला मैहर प्रबंध समित का कर्मचारी अतुल बढोलिया बच्ची को बुलाया और चॉकलेट देने के बहाने जंगल की तरफ ले गया वही पर अपने दोस्त रवि चौधरी को बुलवाया दोनों ने बारी-बारी दुष्कर्म किया फिर बच्ची के प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी और उसे मरा समझ कर उसी हालत में छोड़ अपने-अपने घर चले गए। इधर बच्ची के परिवार वाले उसे रात 1 बजे तक उसे ढूढते रहे पर बच्ची नहीं मिली सुबह होते ही फिर ढूढ़ने लगे पड़ोस की महिला जंगल की तरफ गयी तो बच्ची उसे झाड़ियों के बीच मिली महिला उसी हालत में लेकर देवी जी चौकी पहुंची तभी बच्ची को होश आ गया। पुलिस ने गलत करने वालों का नाम पूछा तो तीन उंगलियां दिखाई। साथ ही अतुल बढोलिया और रवि चौधरी अंकल का नाम ली। इतने में बच्ची फिर बेहोश हो गई।
पीड़िता की गंभीर चोंट देख पुलिस हरकत में आ गई। तुरंत मैहर सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने प्राइवेट पार्ट से लकड़ी निकाल दी। पर गंभीर हालत को देख रीवा रेफर कर दिया। दोपहर 12 बजे रीवा में इलाज शुरू हुआ। पहले पुलिस व प्रशासन ने केस को सीरियस नहीं लिया। फिर रात तक आला अधिकारी आपरेशन में पहुंचे। बच्ची ने इशारा ही इशारा में तीन उंगलियां दिखाई है। अभी बच्ची बोल नहीं रही है। 48 घंटे तक विशेष चिकित्सकों के ऑब्जरवेशन में रखा गया है। ऑब्सटेट्रिक्स आईसीयू में भर्ती बच्ची के हालत में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। चर्चा है कि यदि बच्ची की हालत बिगड़ती है तो राज्य शासन एयरलिफ्ट कर दिल्ली उपचार भेजेगी।