किन कारणों से युवा होते है डिप्रेशन के शिकार, जानें लक्षण, ये है दूर करने के उपाय
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ब्रह्म वाक्य.सतना। जिंदगी में हर किसी ने अपने आप को कभी न कभी निराश और समस्याओं से घिरा हुआ पाया है। किसी भी काम को न कर पाने की निराशा और अपनों का साथ छूट जाने का दुख, बहुत ही आम बात है। पर यदि यही निराशा और असफलता कुछ दिनों में बदल जाए। महीनों तक वही दिनचर्या जारी रहे। ऐसे में सामान्य व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार बन जाएगा। साथ ही कार्य करने में असमर्थ हो जाएगा। तब सावधान होने की जरूरत है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में 30 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन की समस्या से घिरे है। देश की आधी जनसंख्या डिप्रेशन बीमारी से ग्रस्त है। ज्यादातर लोगों को यह बीमारी बहुत ही कम उम्र में शुरू हो जाती है। आज कल की भाग दौड़ जिंदगी में यह समस्या आम बात है। चिकित्सकों का मानना है कि यह एक मानसिक रोग है। जो किशोरावस्था से लेकर युवावस्था में सबसे ज्यादा है। हालांकि यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकता है। पर महिलाओं में ज्यादातर पाई गई है।
यह रोग पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा पाया गया है। हमारे शरीर में हार्मोंस का असंतुलित होना भी डिप्रेशन का कारण हो सकता है। डिप्रेशन अलग-अलग लोगो में अलग प्रकार के होते हैं। कभी-कभी ये लक्षण गंभीर हो सकते है। इसका प्रभाव शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकता है। जैसे की शरीर में कमजोरी, थकावट सिर दर्द, हार्ट अटैक, दुबलापन, मोटापा, आदि। लोग इस समस्या को समझ नहीं पाते। जबकि इसका इलाज समय पर करवाना बहुत ही आवश्यक है।
डिप्रेशन के लक्षण
– किसी भी काम को करने में खुद को असमर्थ समझना।
– हर समय अपने शरीर में थकावट महसूस करना।
– मन को एकाग्र न रख पाना।
– बार–बार खुद को असफलता के लिए दोषी ठहराना।
– स्वयं को बहुत ही लाचार और बेबस समझना।
– अपने आप को जान से मरने का विचार मन में लाना।
– कभी-कभी बहुत अधिक या बहुत कम नींद का आना।
डिप्रेशन दूर करने के उपाय
– इस डिप्रेशन की समस्या को दूर करने के लिए हर रोज व्यायाम करें।
– अकेले न रहें और दोस्तों और परिवार के साथ ज्यादा समय बिताए।
– सकारात्मक सोचिए और सकारात्मक चीजे पढ़िए।
– अपने आप को काम में व्यस्त रखें।और उदासी भरे गाने न सुने।
– अगर कोई बात आपको परेशान कर रही है तो मन ही मन में न रखें अपने मनोचिकित्सक को बताएं।
– आपके पास इंटरनेट है तो सकारात्मक कहानियां सुने और देखें।
– रात में सोने से इक घंटे पहले फोन को बंद कर के रख दें। यदि आप नकारात्मक चीजों को देखेंगे तो वही सोचेंगे।