निगेटिव एनर्जी और डिप्रेशन को दूर भगाये ये महामंत्र, नियमित दिन दो बार करें जप
![Gayatri mantra drives away depression](https://brahmavakya.com/wp-content/uploads/2023/10/New-Project-34.jpg)
ब्रह्मवाक्य धर्म/अध्यात्म। आज कल भागदौड़ के जीवन में तनाव होना आम बात है। लगातार तनाव का होना धीरे-धीरे डिप्रेशन का रूप ले लेता है। इसकी वजह से कई लोगो को एंग्जाइटी (Anxiety) और घबराहट जैसी समस्या हो जाती है, जो की खतरनाक बीमारी का रूप ले सकती है। का भी सामना आपको बता दें कि मन को शांत रखने के लिए मेडिटेशन के साथ साथ मंत्रों का भी जाप किया जाता है जिससे नेगेटिव एनर्जी दूर होती है और डिप्रेशन की समस्या भी दूर होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र (ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्) का जो व्यक्ति नियमित जाप करता है वह पोजटिव एनर्जी से भरपूर रहता है। इस मंत्र को प्रतिदिन शुद्ध स्थान में बैठ कर 108 बार सुबह और शाम को इसका जप करें, इससे आप तनाव मुक्त होंगे, क्रोध शांत होता, रोजगार में वृद्धि होती है। इसके निरंतर जप से नकारात्मकता दूर होती है, कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है साथ ही एकाग्रता बढ़ती है।
गायत्री मंत्र और इसका अर्थ-
“ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्”
अर्थ- प्राणस्वरूप, दुखनाशक, सुख स्वरुप, तेजस्वी, श्रेष्ठ, पापनाशक, दिव्य परमात्मा को हम अपनी अंतरात्मा में धारण करें। परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करें।