रीवा में अब कोयला, पानी, सोलर के बाद कचरे से भी बनेगी बिजली, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट से 6 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
ब्रह्मवाक्य/रीवा। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा में अब कोयला, पानी, सोलर के बाद कचरे से बिजली बनाई जाएगी। नगरीय निकायों से निकलने वाले कचरे का निष्पादन कर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट से 6 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि कचरे के निष्पादन से जहाँ बिजली पैदा होगी वहीं दूसरी ओर अपशिष्ट प्रबंधन के तहत रीवा व विन्ध्य को साफ सुथरा बनाने का संकल्प भी पूरा होगा। शुक्ल ने पहड़िया ग्राम में 158.67 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का शुभारंभ किया।
एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत रीवा क्लस्टर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के शुभारंभ अवसर पर उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि इस संयंत्र के बन जाने से रीवा संभाग के 28 नगरीय निकायों का कचरा बिजली बनाने के काम में आएगा। उन्होंने कहा कि शहरों को साफ-सुथरा बनाने में जागरूकता के साथ-साथ संस्थागत ढांचों के निर्माण की भी आवश्यकता होती है। इस अत्याधुनिक संयंत्र के लग जाने से ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन होगा और इसकी चिमनी से जो धुंआ निकलेगा वह भी किसी भी प्रकार से हानिकारक नहीं होगा। शुक्ल ने कहा कि रीवा व विन्ध्य अधोसंरचना के मजबूत होने से उड़ान भरने को तैयार हैं। यहाँ सभी तरह की जरूरतों की पूर्ति प्राथमिकता से की जा रही है।
इस अवसर पर सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि कचरे से बिजली का बनना उसी प्रकार है जैसे कचरे में सोना मिलना होता है। प्रधानमंत्री जी की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता साकार हो रही है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री शुक्ल की सोच को साकार रूप प्राप्त करने के लिए साधुवाद दिया और कहा कि शुक्ल रीवा व विन्ध्य को स्वच्छता के क्षेत्र में आगे ले जाने का कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम में अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय ने कहा कि उप मुख्यमंत्री शुक्ल के प्रयासों से रीवा व विन्ध्य की तकदीर व तस्वीर बदल गई है और रीवा हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि अत्याधुनिक कचरा प्लांट से बिजली पैदा होगी और पर्यावरण स्वच्छ रहेगा।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य है कि जितना कचरा निकले उसका निष्पादन हो ताकि पर्यावरण साफ रहे। उन्होंने कहा कि पहड़िया का कचरा संयंत्र मध्यप्रदेश में मील का पत्थर साबित होगा। इससे पूर्व स्वागत उद्बोधन देते हुए आयुक्त नगर निगम संस्कृति जैन ने बताया कि रीवा, सतना, सीधी, मैहर व मऊगंज जिले के 28 नगरीय निकायों के ठोस अपशिष्ट से रामकी कंपनी द्वारा 6 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की क्षमता 350 टन प्रति दिवस है। कचरे से बिजली उत्पादन के बाद राख का पुन: उपयोग होगा तथा कचरे के जलने से उत्पन्न होने वाली हानिकारक गैसों को पूर्ण रूप से निष्पादन कर वायुमण्डल में छोड़ा जाएगा।