नई संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मिच्छामी दुक्कड़म’ बोलकर किया संबोधन, जानिए क्या है इस शब्‍द का मतलब

ब्रह्मवाक्य, दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अक्सर ही जनता के सामने कुछ ना कुछ अलग तरह से अपनी बातों को रखते हैं। लेकिन विशेष अवसरों पर शब्द और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। नए संसद भवन में संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद के एक खास शब्द मिच्छामी दुक्कणम (Michhami Dukkadam) शब्द का प्रयोग किया। जिसे लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर इस शब्द का मतलब क्या है। आपने भी शायद ही इस शब्द के बारे में सुना होगए। आइये जानते हैं कि इस शब्द का क्या मतलब है –

दरअसल मिच्छामी दुक्कणम (Michhami Dukkadam) शब्द का उपयोग जैन धर्म में किया जाता है। नए संसद भवन में सदन के पहले दिन 19 सितंबर 2023 को जैन धर्म का संवत्सरी पर्व है। जिसे क्षमा वाणिका पर्व के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व पर मिच्छामी दुक्कड़म (Michhami Dukkadam) शब्द बोलकर लोगों से माफी मांगी जाती है।

मिच्छामी दुक्कड़म (Michhami Dukkadam) में मिच्छामी का अर्थ क्षमा करना और दुक्कणम का अर्थ है गलतियों से। सामान्य तरीके से इसे ऐसे समझा जा सकता है कि ‘यदि जाने-अनजाने में कोई गलती हुई तो उसके लिए क्षमा करें’। बतादें कि जैन धर्म में श्वेतांबर समाज (Shwetambar Samaj in Jainism) से जुड़े लोग भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से शुक्ल पक्ष की पंचमी और दिगंबर समाज (Digambara community) के लोग भाद्रपद शुक्ल की पंचमी से चतुर्दशी तक पर्यूषण पर्व (paryushan festival) मनाते हैं। इस मौके पर लोग एक दूसरे से मिलकर मिच्छामी दुक्कणम (Michhami Dukkadam) के बोल क्षमा याचना करते हैं।

 

BM Dwivedi

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