विकास के पथ पर नए प्रतिमान रचता रीवा, सिंचाई, खेती और अधोसंरचना में जिले को मिली नई ऊँचाई

ब्रह्मवाक्य रीवा। रीवा जिले में पिछले 10 वर्षों में सिंचाई कृषि तथा अधोसंरचना के विकास के कई बड़े कार्य हुए हैं। इन क्षेत्रों में रीवा जिले ने विकास की नई ऊँचाईयाँ छुई हैं। जिले में पिछले वर्ष केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री ने एक हजार करोड़ की लागत से बनी 6 लेन मोहनिया टनल का उद्घाटन किया। यह प्रदेश की सबसे चौड़ी सड़क सुरंग है। इससे रीवा से सीधी के बीच की दूरी 7 किलोमीटर कम हो गई है। रीवा के सोलर पावर प्लांट में 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है।

रीवा की बिजली से दिल्ली की मेट्रो दौड़ रही है। पिछले पाँच वर्षों में रीवा शहर मे दो फ्लाई ओवर, एक रेलवे ओवर ब्रिज तथा 14 किलोमीटर की मॉडल रोड का निर्माण किया गया है। रीवा में एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। रीवा की रिंग रोड-2 का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। रीवा से जबलपुर, रीवा से सतना, रीवा से प्रयागराज, रीवा से सीधी टू लेन तथा रीवा से बनारस के लिए फोरलेन मार्ग की सुविधा है।

रीवा जिले में सिंचाई की सुविधा मिलने से खेती में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। जिले में 2008 में कुल 682190 मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन होता था जो 2022 में बढ़कर 1394534 मीट्रिक टन हो गया है। खेती का रकबा 262 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 383 लाख हेक्टेयर हो गया है। जिले में गेंहू की उत्पादकता पिछले 8 वर्षों में 2210 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 4065 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर हो गई है। पिछले तीन वर्षों में किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को 16865 करोड़ का फसल ऋण वितरित किया गया है।

Sameeksha mishra

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