किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करें खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, इसके वितरण पर निगरानी रखें – कमिश्नर
ब्रह्मवाक्य/रीवा। कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित संभागीय बैठक में कमिश्नर अनिल सुचारी ने कृषि आदानों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करें। किसान बाजार की मांग के अनुसार जब फसलों का उत्पादन करेंगे तभी खेती लाभदायक साबित होगी। खेती के साथ-साथ किसान उद्यानिकी फसलों को भी अपनाएं। पूरे संभाग में सब्जी और फलों का अच्छा उत्पादन होता है। मछली पालन के लिए भी संभाग में बहुत संभावनाएं हैं। कई शिक्षित युवा आधुनिक तरीके से फल, सब्जी तथा फूलों की खेती करके अच्छा लाभ कमा रहे हैं।
कमिश्नर ने कहा कि संभाग के सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। डीएपी खाद की मांग बनी हुई है। इसके विकल्प के तौर पर अन्य खादों के उपयोग को प्रोत्साहित करें। सभी जिलों में बारिश हो रही है। इसके बाद यूरिया की मांग बढ़ेगी। खाद के वितरण की सतत निगरानी करें। सीधी तथा सिंगरौली जिले में फसलों का क्षेत्राच्छादन कम है। इनमें लक्ष्य के अनुसार फसलों की बोनी कराएं।
इस माह के अंत तक गेंहू और जौ की बोनी हो सकती है। सीधी में क्षेत्राच्छादन बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करें। मिट्टी के नमूनों के परीक्षण की स्थिति संतोषजनक नहीं है। सिंगरौली को छोड़कर शेष सभी जिलों में 50 प्रतिशत से कम नमूनों का संग्रहण किया गया है। लक्ष्य के अनुसार मिट्टी के नमूने लेकर इनकी जाँच कराएं। खेती के विकास के लिए लागू योजनाओं में भी बहुत कम राशि व्यय हुई है। किसानों को खेती को उन्नत करने वाली योजनाओं का लाभ देने के लिए विशेष प्रयास करें।
बैठक में कमिश्नर ने कहा कि सहकारी बैंक लंबित ऋणों की वसूली के विशेष प्रयास करें। धान के उपार्जन से लंबित ऋणों की वसूली होगी। नागरिक आपूर्ति निगम तथा सहकारी समितियों को उपार्जन के कमीशन की राशि का भुगतान करें। बैठक में कमिश्नर ने धान के उपार्जन के व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। बैठक में संयुक्त आयुक्त निलेश परीख, क्षेत्रीय संचालक नागरिक आपूर्ति निगम नीलमणि अग्निहोत्री, संयुक्त संचालक एसके नेताम, उप संचालक डीएस सिंह सहित कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।