रीवा में तीन दोस्तों ने की थी युवक की हत्या, 13 दिन बाद गुमशुदगी दर्ज, 73 दिन बाद मिला नरकंकाल, 78वें दिन खुलासा
![अतरैला हत्याकांड](https://brahmavakya.com/wp-content/uploads/2023/06/New-Project-3-1.jpg)
ब्रह्मवाक्य. रीवा। रीवा जिले के अतरैला थाना अंतर्गत बउलिया घाटी में मिले नरकंकाल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अतरैला थाना प्रभारी उपनिरीक्षक कन्हैया सिंह बघेल ने बताया कि 10 जून को चरवाहों ने जंगल में नरकंकाल मिलने की जानकारी ग्रामीणों को दी। दावा किया कि बउलिया घाट में मुख्य मार्ग से 100 मीटर अंदर मानव का सिर, हाथ, पैर और रीड की हड्डियां पड़ी है। ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंची।
जांच करने पर पता चला कि 30 मार्च 2023 को गोल्डी कोल पुत्र रामलखन कोल 35 वर्ष निवासी देवघर गांव (सकरगैला प्लाट) लापता है। गुमशुदगी के आधार पर पुलिस ने परिजनों को बुलाकर घटनास्थल की पहचान कराई। जंगल में भ्रमण के दौरान हड्डियाें के पास कपड़े व जूता चप्पल मिले। जो गोल्डी कोल के निकले। तब पुलिस ने हत्या का मामला मानते हुए फॉरेंसिक टीम को बुलाई।
सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट के प्रभारी डॉ. आरपी शुक्ला ने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य एकत्र किए। चिकित्सकों की टीम ने पोस्ट मार्टम कर हड्डियों के नमुने सागर फॉरेसिंक लैब भेजे। पीएम में हत्या की बात सामने आने पर पुलिस ने परिजनों से बयान लेकर संदेहियों की पूछताछ की। कुछ आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा, लेकिन मुकर गए। पर कड़ाई दिखाने पर एक आरोपी जुर्म स्वीकार कर लिया।
पुरानी रंजिश को लेकर हत्या
विवेचना के दौरान पता चला कि पुरानी रंजिश को लेकर गोल्डी कोल की गांव के ही साथियों ने हत्या की थी। वारदात वाली शाम मोतीलाल कोल, रमेश कोल और बुद्धसेन कोल बउलिया घाटी में लूट करने जा रहे थे। तभी गोल्डी कोल मिल गया। ऐसे में चारों ने प्लान बनाया कि वहां लूटकर पार्टी करेंगे। चार से पांच सौ लूटने के बाद चारों ने मिलकर नशीला पदार्थ खरीदा। इसके बाद शराब पी।
दो वर्ष पुराना विवाद
नशे के हालत में मोतीलाल कोल को दो वर्ष पुराना विवाद याद आया। गोल्डी पर आरोप लगाया कि तुमने मेरे पिता के साथ गलत किया था, लेकिन अक्सर गुजरात चला जाता था। इसलिए बदला नहीं ले पाया। आज हम तीनों मिलकर जान से मार देंगे। फिर तीनों ने लाठी डंडा व पत्थरों सें पीट पीकर हत्या कर दी। पुलिस की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया।
पुलिस ने दिखाई थी लापरवाही
बताया गया कि इस मामले में अतरैला पुलिस ने लापरवाही दिखाई थी। परिजनों के संदेह के बाद भी पुलिस ने 13 दिन बाद (11 अप्रैल 2023) गुमशुदगी दर्ज की। इसके बाद लापता युवक के परिजनों से संदेहियों का नाम पूछा गया। तब 3 युवकों के नाम सामने आए। पर तीनों संदेही गुजरात में थे। 73वें दिन नरकंकाल मिला तो पुलिस ने 78 दिन बाद हत्या के आरोपियों को पकड़ लिया।