एआइ पर सवाल: वकील ने चैटजीपीटी से तथ्य जुटा कर कोर्ट में पेश की दलील, जज ने लगाई फटकार
![](https://brahmavakya.com/wp-content/uploads/2023/05/gpt-chat.jpg)
ब्रह्म वाक्य, एजेंसी। न्यूयॉर्क में एक वकील ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित चैटजीपीटी की मदद से फैक्ट जुटाकर कोर्ट में दलील पेश कर दी। गलत फैक्ट्स पर कोर्ट का समय बर्बाद करने के लिए जज ने वकील को जमकर फटकार लगाई। स्टीवन नाम के वकील की दलील में एक एयरलाइन के 6 मामलों का जिक्र था, जो 1999 से 2019 के बीच हुए थे। इनके आधार पर उसने क्लाइंट का केस रद्द नहीं करने की अपील की थी। लेकिन न तो एयरलाइन के वकील और न ही जज को ऐसे किसी केस के बारे में कोई जानकारी मिली। स्टीवन से पूछा गया तो उसने बताया कि उसे ये जानकारी चैटजीपीटी से मिली थी।
भारत की अदालत कर चुकी प्रयोग
भारत में इस साल मार्च में पहली बार पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एआइ की मदद से फैसला सुनाया था। कोर्ट ने जमानत याचिका पर फैसले के लिए चैटजीपीटी से कानूनी सलाह ली। इसी आधार पर आपराधिक मामले में आरोपी की जमानत खारिज कर दी गई थी।
नहीं थी जानकारी
जज की फटकार के बाद अपनी सफाई में स्टीवन ने कहा कि उसे जानकारी नहीं थी कि चैटजीपीटी गलत जानकारी देता है। इस मामले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या अदालतों की कार्यवाही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल करना भरोसेमंद है?