Chandrayaan-3 को लेकर इसरो चीफ ने शेयर की बड़ी जानकारी, रोवर प्रज्ञान और लैंडर विक्रम के पुनः जागने को लेकर कही ये बात

ब्रह्मवाक्य, नई दिल्ली। इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के वैज्ञानिकों ने शनिवार को Chandrayaan-3 को लेकर कहा कि चंद्रमा की सतह पर सूरज के उदय होने के एक दिन बाद इस महत्वाकांक्षी मिशन के बोनस चरण को शुरू करने की कोशिशों को तेज हो गई है। इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ के मुताबिक फ़िलहाल कोई निश्चित वक्त नहीं बताया जा सकता है कि इन उपकरणों के साथ पुनः संपर्क कब बहाल होगा।

उन्होंने कहा कि ‘ अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है की यह कब जागेगा, हो सकता है की यह कल हो जाये या फिर चंद्र दिवस के आखिरी दिन भी हो सकता है। लेकिन हमारे द्वारा कोशिश की जा रही है। 6 अक्टूबर को चंद्रमा पर होने वाले अगले सूर्यास्त तक ISRO द्वारा विक्रम लैंडर (Vikram) और प्रज्ञान रोवर (Pragyaan) को पुनः जगाने की कोशिश को जारी रखी जाएगी। यदि लैंडर और रोवर पुनः जाग गए तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी।

लैंडर और रोवर एक चंद्र रात यानि पृथ्वी के 14 दिन और रात के बराबर अंधेरे और माइनस 200 डिग्री सेल्सियस से भी कम तापमान में बिताने के बाद इसके निष्क्रिय ही रहने की आशंका है। क्योंकि इतना कम तापमान इन उपकरणों की सर्किट ख़राब हो सकती है। हालांकि वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि जैसे-जैसे चंद्रमा पर दिन आगे बढ़ेंगे और चंद्रमा की सतह के तापमान में वृद्धि होगी, लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान (Lander Vikram and Rover Pragyan) के जागने की संभावना भी बढ़ेगी।

BM Dwivedi

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