62 की उम्र में गोविंद बने 3 बच्चों के पिता, दूसरी पत्नी ने अस्पताल में दिया बेटों को जन्म
ब्रह्म वाक्य, सतना. सड़क हादसे में अपने जवान बेटे को खो चुके बुजुर्ग के घर में मंगलवार को खुशियां लौट आईं। सतना जिले के उचेहरा तहसील के अतरवेदिया निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग गोविंद कुशवाहा की पत्नी हीराबाई कुशवाहा (40 वर्ष) ने जिला अस्पताल में एक साथ 3 बेटों को जन्म दिया। सोमवार की रात परिजन प्रसव पीड़ा होने पर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मंगलवार सुबह 6.10 बजे महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया। 34 सप्ताह में ही प्रसव होने के चलते बच्चों की हालत ठीक नहीं थी, जिन्हे नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है।
पहली पत्नी ने कराई थी दूसरी शादी
गोविंद के मुताबिक सड़क हादसे में उनके 18 वर्षीय बेटे की मौत हो चुकी है। जवान बेटे को खोने के बाद पहली पत्नी कस्तूरीबाई ने दूसरी शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था। अंतत: पत्नी की जिद के आगे 9 साल पहले कंचनपुर कोठी निवासी हीराबाई से पशुपतिनाथ मंदिर में विवाह किया था। जिसने जिला अस्पताल में तीन बच्चों को जन्म दिया है।
एसएनसीयू में नवजात
एक साथ जन्म लेने वाले तीनों बच्चे को नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में ऑक्सीजन पर रखा गया है। पहले बेटा का वजन 1.128 किलो, दूसरे बेटा का वजन 1.272 किलो, तीसरे बेटा का वजन 1.312 किलो है। हीराबाई कुशवाहा का सुबह 6.8 बजे प्रसव हुआ इसके 22 मिनट बाद ही तीनों बच्चों को 6.30 बजे एसएनसीयू में भर्ती करा दिया गया।