जून में खूब बजेंगी शहनाइयां, विवाह के 17 मुहूर्त, देवशयनी एकादशी के बाद लगेगा विराम
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ब्रह्म वाक्य, धर्मआध्यात्म। बैंड बाजा बारात की धूम जून के अंत तक जारी रहेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार जून में इस बार सबसे ज्यादा 17 विवाह मुहूर्त हैं। इसमें अबूझ मुहूर्त कहे जाने वाली भड़ली नवमीं भी है। देवशयनी एकादशी के बाद जुलाई में इस साल कोई शहनाई नहीं गूंजेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, अक्षय तृतीया के बाद साल का दूसरा अबूझ मुहूर्त भड़ली नवमीं 27 जून को है। मान्यता अनुसार इस दिन उन लोगों के विवाह बंधन सम्पन्न हो सकते हैं, जिनके लिए मुहूर्त इस साल नहीं बन रहे हैं। किसी की कुंडली में राहू-केतू या मंगल बाधा रहती है, उनके लिए भड़ली नवमीं का मुहूर्त श्रेष्ठ माना जाता है।
पूरे महीने मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य की मानें तो 1 से 28 जून तक 17 शुभ मुहूर्तों में शादी विवाह सम्पन्न होंगे। कुछ मुहूर्त तो लगातार तारीखों में पड़ रहे हैं। पहले सप्ताह में 1 से 7 जून तक लगातार मुहूर्त हैं। इसके बाद 11 से 13, 16 और फिर 22 से 28 जून तक मांगलिक आयोजनों के शुभ मुहर्त रहेंगे।