कांग्रेस ने की BJP में सेंधमारी: नारायण त्रिपाठी के नाम पर केंद्रीय नेतृत्व ने दी सहमति, मैहर से होंगे कांग्रेस के उम्मीदवार!
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ब्रह्मवाक्य/राजनीति। मध्यप्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर होने वाला है। यहां मैहर से भाजपा विधायक रहे नारायण त्रिपाठी BJP को जोर का झटका धीरे से देते हुए कांग्रेस ज्वाइन करने वाले है। गुप्त सूत्रों में चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी मैहर विधानसभा क्षेत्र से नारायण त्रिपाठी को उम्मीदवार बना सकती है। केंद्रीय नेतृत्व के सामने पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने नारायण त्रिपाठी का नाम रखा था। मैहर क्षेत्र से फीडबैक लेने के बाद सहमति दे दी है।
बता दें कि तीन दिन पहले नारायण त्रिपाठी ने मैहर क्षेत्र के मतदाताओं से जल्द ही सब कुछ अच्छा होने का आश्वासन दिया था। कहा था कि मैहर को जिला बनवाने के बाद माई की नगरी में भव्य आगमन होगा। ऐसे में नारायण 18 अक्टूबर को कटनी बॉर्डर के झुकेही से सैकड़ों वाहनों के काफिला के साथ मैहर पहुंचे। वे घंटाघर में सभा कर आम मतदाता से साथ देने की अपील की। इसी शक्ति प्रदर्शन को देखकर कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने हरी झंडी दे दी है।
13 अक्टूबर को भाजपा से दिया था त्याग पत्र
मैहर से चार बार के विधायक नारायण त्रिपाठी ने 13 अक्टूबर को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम पत्र लिखकर प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी है। हालांकि रिजाइन देने के कारणों का खुलासा नहीं किया है। त्रिपाठी ने 13 अक्टूबर को दूसरा पत्र मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के नाम लिखा है। पत्र के माध्यम से मैहर विधायक ने विधानसभा की सदस्यता से त्याग पत्र देने की बात कही है। साथ ही त्यागपत्र स्वीकार करने का निवेदन किया है।
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
राजनीति के जानकारों ने बताया कि पहली बार समाजवादी पार्टी से 2003 के विधानसभा चुनाव में नारायण त्रिपाठी को सफलता मिली। पर 2008 के चुनाव में भाजपा के मोतीलाल तिवारी से हार गए। ऐसे में 2013 के चुनाव में कांग्रेस का दामन थामकर चुनाव लड़ा और विजयी हुए। पर 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह राहुल से अनबन हो गई। ऐसे में नारायण ने कांग्रेस छोड़ दी। खुद को अपमानित देख नारायण ने भाजपा की सदस्यता ले ली।
दो वर्ष बाद दिया था विधायकी से त्याग पत्र
गौरतलब है कि नारायण त्रिपाठी ने दो वर्षों तक कांग्रेस के विधायक पद से त्यागपत्र नहीं दिया। अंतत: वर्ष 2016 में मैहर विधानसभा का उपचुनाव हुआ और नारायण त्रिपाठी को जीत मिली। चाैथी बार 2018 के चुनाव में भाजपा से जीत दर्ज कर कमलनाथ से नजदीकियां बढ़ा ली। वे मैहर को जिला घोषित करवाए, पर कांग्रेस की सरकार गिर गई। भाजपा की सरकार बनने पर मैहर को जिला व विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर शिवराज सरकार की घेराबंदी शूरू कर दी थी।