मुफ्त का मोबाइल बना महिलाओं के जी का जंजाल, कतारों में खड़े-खड़े बीत रहा दिन, फिर भी लौट रहीं खाली हाथ
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ब्रह्मवाक्य, जयपुर। एक अदद मोबाइल के लिए महिलाओं के दिन और रात कतार में बीत हो रहे हैं। मोबाइल हासिल करने के लिए महिलाओं और बेटियों को लोहे के चने चबाने पड़ रहे हैं। बात कर रहे हैं, राजस्थान की। दरअसल राजस्थान की गहलोत सरकार महिलाओं को मुफ्त में स्मार्टफोन दे रही है। इस योजना का नाम इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना दिया गया है। राज्य की करीब 1 करोड़ 35 लाख महिलाओं और बेटियों को इस योजना के तहत मोबाइल बांटे जाएंगे। लेकिन सरकार द्वारा दिया जा रहा ये मोबाइल पाना इतना आसान नहीं है। हालात ये हैं मुफ्त मोबाइल का टोकन पाने के लिए महिलाएं और बेटियां रात के दो बजे से कतार में लगने को मजबूर हैं, फिर भी टोकन नहीं मिल पा रहा है। मोबाइल का टोकन पाने करने के लिए कई दिन तक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
बतादें कि जयपुर शहर के वैशाली नगर स्थित हनुमान नगर सामुदायिक केंद्र में मुफ्त मोबाइल के टोकन बांटे जा रहे हैं। यहां लगी महिलाओं की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मोबाइल पाने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ रही है। लंबी कतारों में खड़ी महिलाओं मुताबिक उनमें से कुछ रात को दो बजे से तो कुछ तड़के चार बजे से खड़ी हैं, इसके बाद भी उन्हें मुफ्त मोबाइल का टोकन नहीं मिल पा रहा है।
रोजाना लौट रहीं खाली हाथ
कतार में लगीं कुछ महिलाओं ने बताया कि वे कई दिनों लगातार कतार में लग रही हैं, लेकिन रोजाना ही खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि सरकार मुफ्त स्मार्ट फोन के लिए महिलाओं को परेशान कर रही है। कई-कई दिन खराब होने के बावजूद मोबाइल नहीं मिल रहे हैं। महिलाओं को इस तरह से दिनभर कतार में खड़े रखना गलत है। महिलाओं का सरकार द्वारा अपमान किया जा रहा है।
मोबाइल की कमी, कर्मचारियों की भी फजीहत
महिलाओं के साथ-साथ मोबाइल बांट रहे कर्मचारियों की भी फजीहत है। क्योंकि मोबाइल की उलब्धता काफी कम है। जितने मोबाइल आते हैं उसी के हिसाब से महिलाओं को टोकन दिया जाता है। ऐसे में विवाद की स्थिति भी बनती है। अधिकतर महिलाओं को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।