ब्यावरा में जिला स्तरीय कालिदास समारोह: वरिष्ठ वर्ग नृत्य नाटिका में खुजनेर के विद्यार्थी प्रथम और कचनारिया के छात्रों को मिला द्वितीय स्थान

ब्रह्मवाक्य/राजगढ़। जिला स्तरीय कालिदास समारोह का आयोजन शासकीय बालक हाई स्कूल ब्यावरा में 12 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया गया। यहां मुख्य अतिथि के रूप में विश्व गीता प्रतिष्ठानम के केंद्रीय सचिव मोहन नागर और कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिला संस्कृत प्रकोष्ठ प्रभारी एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कवर लाल यादव ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्य बनवारी लाल शाक्यवार, गोविंद शर्मा, राजेंद्र शर्मा मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी ब्यावरा दिलीप शर्मा उपस्थित रहे। अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। समारोह में छात्र व छात्राओं ने नृत्य नाटिका श्लोक गायन एवं कालिदास के ग्रंथ पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता के आयोजन में भाग ली। जहां विद्यार्थियों ने सभी प्रतियोगिताएं संस्कृत भाषा में संपन्न कराई है। कनिष्ठ और वरिष्ठ दो वर्गों में प्रतियोगिताएं आयोजित हुई है।

वरिष्ठ वर्ग में खुजनेर के विद्यार्थी प्रथम
जिला संस्कृत प्रकोष्ठ प्रभारी राघवेंद्र तिवारी ने बताया कि वरिष्ठ वर्ग नृत्य नाटिका में शासकीय संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खुजनेर के विद्यार्थी प्रथम स्थान प्राप्त किए है। वहीं शासकीय हाई स्कूल कचनारिया के विद्यार्थी नृत्य नाटिका में द्वितीय स्थान पर आए है। जबकि चित्रांकन में शासकीय हाई स्कूल कचनारिया की छात्रा ऋषिका प्रजापति प्रथम स्थान प्राप्त की। वरिष्ठ वर्ग में श्लोक गायन प्रतियोगिता में शासकीय संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नरसिंहगढ़ के विद्यार्थी पुष्पेंद्र शर्मा प्रथम रहे।

श्लोक गायन प्रतियोगिता में भुवनेश्वर शर्मा अव्वल
कनिष्ठ वर्ग में श्लोक गायन प्रतियोगिता में शासकीय संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय नरसिंहगढ़ के भुवनेश्वर शर्मा, चित्रांकन कनिष्ठ वर्ग में सीएम राइज स्कूल नरसिंहगढ़ के अंशु दुमाने ने प्राप्त किया। मोहन नागर और कंवरलाल यादव ने विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा के प्रति प्रोत्साहित किया। साथ ही पुरस्कृत किया है। संस्कृत भाषा के माध्यम में कहा कि विश्व की भाषा जो है संस्कृत भाषा है।

कालिदास जी ने भी संस्कृत में सारे ग्रंथ लिखे
यही पूरे विश्व को एकता के सूत्र में बांधती है। कालिदास जी ने भी संस्कृत में सारे ग्रंथ लिखे हैं। कालिदास जी की जो भी रचनाएं है। वह देश प्रेम और विश्व प्रेम को एकता के सूत्र में बांधती है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिलीप शर्मा ने भी संस्कृत के प्रति विद्यार्थियों को जागृत किया। संस्कृत एवं संस्कृति की महत्ता बताई। गोविंद शर्मा ने छात्रों से संस्कृत भाषा पढ़ने की अपील की।

विद्यार्थियों को मिला पुरस्कार, प्रमाण पत्र बांटे
बताया कि संस्कृत विश्व की एकमात्र भाषा है जो कभी विलुप्त होने वाली नहीं है। यही हमारे देश, संस्कृति और व्यक्तित्व का विकास करती है। अतिथियों ने विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए। इसके बाद प्रमाण पत्र बांटे है। इस दौरान शिक्षक राज नारायण ओझा, पीपल हेला, संजय शर्मा, अमृतलाल दांगी, हेमंत शर्मा, जयंती गुप्ता आदि मौजूद रही। संचालन शुभम शर्मा माध्यमिक शिक्षक भीलवाड़िया और आभार प्रदर्शन जिला संस्कृत प्रकोष्ठ प्रभारी राघवेंद्र तिवारी ने किया है।

Sameeksha mishra

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