10 जवानों की सुरक्षा के साए में यूरिनकांड पीड़ित आदिवासी दशमत, मुख्यमंत्री से मुलाकात से गदगद
ब्रह्मवाक्य, सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी यूरिन कांड के पीड़ित आदिवासी के घर शनिवार को सन्नाटा पसरा रहा। चार दिन से जुटने वाली जनप्रतिनिधियों और अफसरों की भीड़ गायब थी। पिछले कई दिनों से परिवार से दूर रहे दशमत ने शनिवार को पूरा दिन घर में ही बिताया। इस दौरान उसकी सुरक्षा में 10 पुलिसकर्मी तैनात रहे। पिछले चार पांच दिनों से अधिकारियों के साथ रहा। ऐसे में डर लगता था। हालांकि मुख्यमंत्री से मुलाकात से वह गदगद रहा। बताया कि उन्होंने हमारी समस्या पूछी तो मैंने अपने घर के सामने हैंडपंप खुदवाने की मांग की। इस पर सीएम ने आश्वासन भी दिया। पीड़ित की पत्नी ने बयां किया कि आज कुछ राहत की सांस ली हूं। रोज इतने लोग पहुंचते थे कि आराम करने तक के लिए समय नहीं मिल पाता था।
पीड़ित ने बताया कि हमारे मोहल्ले में दस घर आदिवासी परिवार की बस्ती है। उनके बीच सिर्फ एक हैंडपंप का उत्खनन कराया गया है। मैंने सीएम से अपने घर के सामने एक हैंडपंप खनन कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन भी दिया है। साथ ही दशमत के घर तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क तक नहीं है।
दशमत के पास इससे पूर्व मोबाइल फोन नहीं था। भोपाल से वापस आने पर कलेक्टर साकेत मालवीय को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने पीड़ित को मोबाइल खरीदने के लिए 10 हजार रुपए नकद दिए। उससे दशमत ने शनिवार को नया एंड्रॉयड मोबाइल खरीदा। हालांकि वह उसे चलाना नहीं जानता है। दूसरों की मदद से मोबाइल में काम कर खुशी महसूस कर रहा है।