ब्रह्ममुहूर्त में योग करना होता है लाभकारी, आइये जानते है योग से जुड़े कुछ तथ्य
ब्रह्मवाक्य/हेल्थ। योग का हमारे जीवन में बहुत ही बड़ा योगदान है। योग हमारे जीवन को सक्रिय एवं कर्मठ बनाने का उत्साह मिलता है योग करने के बाद हमारे शरीर में फुर्तीली मानसिक रूप से फ्री महसूस करते हैं योग करने मानसिक तनाव दूर होता है। प्रतिदिन योग करने से शरीर के कई रोग भी ठीक हो जाते हैं। ब्रह्म मुहूर्त में किया गया योग सबसे ज्यादा फलदायक होता है योग करने से शरीर की शक्ति बुद्धि प्रबल होती है योग करने से हमारी मांसपेशियां एवं हड्डियां भी प्रबल होती है जोड़ों का दर्द हड्डियों का दर्द जैसी गंभीर बीमारी भी ठीक होती हैं।
योग चार प्रकार के होते हैं- कर्म योग, भक्ति योग, राज योग, और ज्ञान योग।
योगासन 5 प्रकार के होते हैं – पदहस्त आसान, सूर्य नमस्कार, पद आसान, कपालभाति क्रिया , शवासन।
आज योगगुरु योग सिखान का प्रयास कर रहे हैं। पहले ऋषि मुनि यही योग करके अपने जीवन में को स्वस्थ बनाया था उन्हें योग की विशेषताएं पता थी। महान ऋषि महर्षि पतंजलि ने अपने योग सूत्रों के माध्यम से योग की तत्कालीन मौजूदा प्रथाओं, इसके अर्थ और इससे संबंधित ज्ञान को व्यवस्थित और संहिताबद्ध किया। पूरे देश में संचालित करने का एवं पूरे देश विदेश को स्वस्थ बने का महायोग है