Ramayana: रामायण का पहला एपिसोड 15 दिन में हुआ था शूट, दीपिका ने कहा, अंदाजा नहीं था कि हम रचने जा रहे इतिहास
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ब्रह्म वाक्य डेस्क। रामानंद सागर की रामायण को लेकर लोगों के मन अधिक से अधिक जानने की उत्सुकता रहती है। रामायण में दीपिका चिखलिया (सीता), अरुण गोविल (राम) और सुनील लहरी (लक्ष्मण) लीड रोल में नजर आए थे। इस टीवी शो के पहले एपिसोड को शूट करने में 15 दिन का समय लगा था और इसके एक एपिसोड को शूट करने की कीमत करीब 9 लाख रुपये आती थी। 80 के दशक के अंत में रामायण टेलीकास्ट हुआ था जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था। आलम यह था कि जिस वक्त टीवी पर रामायण चलती थी तो सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता था। और कोविडकाल में जब इसे दोबारा टेलीकास्ट किया गया था तो तब भी लोगों इसे खूब पसंद किया गया। आइये जानते हैं रामायण के बारे में कुछ खास बातें…
टीवी पर दिखना अच्छा नहीं माना जाता था
रामायण शो के बारे में बातते हुए एक इंटरव्यू में दीपिका ने कहा था, जब यह शो शुरू हुआ था, तो उनकी उम्र बहुत कम थी और उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि ये शो इतिहास रचने जा रहे हैं। तुलसीदास ने रामचरित मानस में राम और सीता की वेशभूषा के बारे में बताया है और मुझे वैसा ही दिखना था। यह पहली बार था जब टेलीविजन पर रामायण दिखाई जा रही थी। उन दिनों टीवी पर दिखना अच्छी बात नहीं मानी जाती थी। उन्होंने बताया कि पहला एपिसोड एक घंटे का था, जिसे बनाने में करीब 15 दिन लगे थे। अभिनेता के तौर पर सब ने बढ़िया काम किया। छह महीने बीतते-बीतते हमें इस बात का अहसास हो गया था कि हम बड़े स्टार बन गए हैं।
प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था सम्मानित
दीपिका ने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने हमें सम्मानित करने के लिए दिल्ली बुलाया। हमें हर जगह पहचान मिल रही थी। उन दिनों जब रामायण दिखाई जा रही थी तो टीवी सेट किसी धार्मिक स्थल के रूप में तब्दील हो जाते थे और हर रविवार को सुबह लोग रामायण देखने के लिए टीवी सेटों के पास इकट्ठा हो जाते थे। जब हम बाहर निकलते थे तो लोग हमारे पैर छूते थे। लोग समझते थे कि हम वाक़ई राम और सीता हैं। शो में कई स्पेशल इफेक्ट्स देखने को मिले थे, जो 80 के दशक के लिए इंडिया में काफी बड़ी बात होती थी। जिसकर लिए हॉलीवुड से मदद ली गई थी। रामायण की शूटिंग लगातार 550 दिनों से ज्यादा चली थी।