फ्रांस में भड़की नस्लीय हिंसा, हिंसक प्रदर्शन में तीन हजार वाहन व 2500 दुकानें फूंकी, शॉपिंग सेंटर व इमारतों में आग
ब्रह्मवाक्य, एजेंसी। पेरिस में एक किशोर की हत्या के बाद फ्रांस की सड़कों पर बदले की आग नस्लीय हिंसा में तब्दील हो गई। दंगाई अब तक तीन हजार से ज्यादा वाहन और 2500 से ज्यादा दुकान-प्रतिष्ठान आग के हवाले कर चुके हैं। शनिवार को भी शॉपिंग सेंटर और पुलिस थानों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारी हिंसा बैरिकेडिंग लगाकर सड़कें ब्लॉक पुलिस को भी निशाना बना रहे हैं। झड़पों में अब तक 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं। पुलिस अब तक 2400 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। हिंसा पर काबू पाने के लिए 45 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात कए गए हैं। फ्रांस के लिए ये दंगे इसलिए भी चिंता में डालने वाले हैं, क्योंकि ठीक एक वर्ष बाद वह ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी करेगा, जिसमें 10 हजार से ज्यादा ओलंपियन और लाखों दर्शक आएंगे। उधर राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हालात के मद्देनजर अपनी जर्मनी यात्रा को स्थगित कर दिया है।
बेटे को न्याय मिलना चाहिए
नाहेल का शुनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। नाहेल की मां मौनिया एम. ने कहा है कि वह उस पुलिस अधिकारी को माफ नहीं कर सकती, जिसने उनके इकलौते बच्चे को मार डाला। उन्होंने कहा, ‘मेरे बेटे को न्याय मिलना चाहिए।
‘योगी को बुलाओ, 24 घंटे में दंगे रोक देंगे’
सोशल मीडिया पर एक मैसेज खूब वायरल हो रहा है, जिसमें दंगे रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ की मांग हो रही है। जर्मनी के डॉक्टर और प्रोफेसर एन. जॉन कैम ने फ्रांस में बेकाबू हो रहे हालात पर ट्वीट करते हुए लिखा, फ्रांस में दंगे की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारत को योगी आदित्यनाथ को भेजना चाहिए, वह 24 घंटे के भीतर दंगे रोक सकते हैं।