4 लाख वेस्ट प्लास्टिक बैग्स और कचरे से बनाया कार्बन फ्री टॉयलेट, जानिए क्या है खासियत
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ब्रह्म वाक्य, अमृतसर. कम उम्र में ही रूहानी वर्मा ने ऐसा काम कर डाला, जो दूसरों के लिए प्रेरणादायक है। सड़क पर पड़े कचरे से प्रेरणा लेकर वह जुट गईं एक ईको फ्रेंडली टॉयलेट बनाने में। अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Amritsar International Airport) पर जो भी उनका बनाया कार्बन निगेटिव टॉयलेट (carbon negative toilet) देखता है, हैरान रह जाता है। इसका स्ट्रक्चर देख कर लगता ही नहीं कि यह एक पब्लिक टॉयलेट (public toilet) है। इस टॉयलेट को बनाने में किसी भी प्राकृतिक रिसोर्स (natural resources) का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसका नाम है स्वच्छ-आलय। 4 लाख वेस्ट प्लास्टिक बैग्स और कचरे से बना ये टॉयलेट अमृतसर एयरपोर्ट के पार्किंग एरिया में है।
रूहानी का कहना है कि उन्होंने इंटरनेट पर देखा था कि लोग कई तरह की तकनीक का इस्तेमाल कर ईंट बना रहे थे। तब से सोचती रहीं कि प्लास्टिक वेस्ट से ईंट बनाई जाए और आखिरकार ऐसा करने में सफल रहीं। ढेरों प्लास्टिक जमा किया। करीबन 4 लाख सिंगल यूज प्लास्टिक बैग्स से 1000 टाइल्स और 150 ईंट बनाई। उनका कहना है वह पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए इस तरह के और मॉडल्स लाने के प्रयास कर रही हैं।
रूहानी का कहना है कि बचपन से ही उन्हें पर्यावरण की देखभाल करने का शौक है। तब वह छोटे-छोटे तरीकों से पर्यावरण की देखभाल करती थीं, जैसे साफ-सफाई रखना और प्लास्टिक कचरे को रीसाइकिल करना आदि। उन्हें इस तरह टॉयलेट बनाने का आइडिया तब आया, जब उन्होंने एक आर्किटेक्चर फर्म में इंटर्नशिप की थी।