गांव की मालती ने बनाई कामयाबी की राह, खुद की सफलता के बाद अब दूसरों को सीखा रहीं गुर
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ब्रह्म, वाक्य, डेस्क। ओडिशा की मालती कद्रका नहीं जानती थीं कि उनके पास गांव में ही अपने कॅरियर में आगे बढ़ाने के कई अवसर हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद मालती परिवार को आर्थिक सहारा देने के लिए नौकरी की तलाश करने लगीं। बिजनेस के बारे में उन्होंने कभी विचार नहीं किया था, क्योंकि व्यापार से उनके परिवार का कभी वास्ता ही नहीं रहा। लेकिन मालती ने अपनी मेहनत और लगन से साबित कर दिखाया कि वह सफल एंटरप्रेन्योर बन सकती हैं। मालती एग्रीकल्चर मार्केटिंग और पैसों की डिजिटल निकासी संबंधी सेवाओं पर काम कर रही हैं।
मालती ने डिजिटलीकरण के विभिन्न लाभों की खोज की और धन सेवाओं के डिजिटल निकासी के साथ काम करने का निर्णय लिया। उन्होंने एक थर्मल स्कैनर लगाया, जिसका इस्तेमाल ग्राहक के खाते से पैसे निकालने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कृषि बाजार के क्षेत्र में भी काम किया, ताकि यह समझने में मदद मिल सके कि किसानों को व्यवसाय के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। बाजार पर पकड़ बनाने के लिए मालती ने कृषि अर्थव्यवस्था के बारे में ज्यादा से ज्यादा ज्ञान प्राप्त किया।
महिला किसानों को बना रहीं सशक्त
मालती कहती है कि जब उन्होंने एग्रीकल्चर मार्केटिंग में कदम रखा तभी यह तय कर लिया था कि महिला किसानों को सशक्त बनाना है। मालती कहती हैं कि कृषि अर्थव्यवस्था में महिलाओं का योगदान भी पुरुषों के समान है और वे कृषि का अभिन्न स्तंभ हैं लेकिन कृषि के क्षेत्र में भी महिलाओं को पुरुषों के समान दर्जा नहीं मिलता है। इसलिए मालती ने महिलाओं को कृषि बाजार के बारे में शिक्षित करना शुरू किया। साथ ही मालती महिलाओं को अलग-अलग कौशल विकसित करने का प्रशिक्षण देना भी शुरू किया और गांव में लड़कियों के आगे बढ़ने के कई विकल्प खोल रही हैं।