बच्चों व युवाओं को सनातन धर्म से जोड़ने देशभर में शुरू होंगी सनातन ग्रंथों की पाठशाला, जानिए विहिप की केंद्रीय बैठक के निर्णय
ब्रह्मवाक्य, रायपुर. बच्चों और युवाओं को सनातन धर्म से जोडने विश्व हिन्दू परिषद देशभर में सनातन ग्रंथों की पाठशाला शुरू करेगा। संघ की व्यवस्था वाले 44 प्रांतों में विहिप बाल संस्कार केंद्रों का विस्तार करेगा। ग्रंथों का अध्ययन और फिर परीक्षाएं करवाएगा। इस तरह बच्चों और युवाओं को सनातन धर्म से जोड़ा जाएगा। इसका प्रण छत्तीसगढ़ के रायपुर में रविवार को विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक के समापन पर लिया गया।
हिन्दू परिवार व्यवस्था पर हो रहे प्रहारों, बढ़ती लव जिहाद और धर्मांतरण की घटनाओं को देखते हुए बैठक में कार्ययोजना बनाई गई। इसी कड़ी में बजरंग दल 30 सितंबर से 14 अक्टूबर के बीच ब्लॉक स्तर तक शौर्य जागरण यात्राएं निकालेगा। दीपावली के आसपास संतों के प्रवास होंगे। इस तरह व्यक्तियों को परिवारों और परिवारों को सामाजिक व राष्ट्रीय जीवन मूल्यों से जोड़ा जाएगा। बैठक में सभी 44 प्रांतों के 237 पदाधिकारियों समेत विदेश से आए प्रतिनिधि शामिल हुए।
केंद्रीय कार्याध्यक्ष व अधिवक्ता आलोक कुमार के अनुसार विहिप ने सरकारों से अनुरोध किया है कि ‘शिक्षा नीति बनाने से लेकर परिवार संबंधी कानूनों का निर्माण करते समय’ इस व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपना रचनात्मक योगदान दें। हिन्दू परिवारों से कहा गया है कि एकल परिवारों में रहने को बाध्य लोगों को भी नियमित अंतराल पर मूल परिवार से संपर्क, पूर्वजों के स्थानों से जुड़ाव, पारिवारिकसहभोज आदि पर ध्यान दें।