MP में उमा भारती ने BJP की जमाई थी जड़, लेकिन CM बनने के महज 8 महीने बाद देना पड़ गया था इस्तीफा, जानिए पूरा किस्सा

ब्रह्म वाक्य, डेस्क। मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने वाली उमा भारती (mp first female cm) का आज 64वां जन्मदिन है। उमा भारती (uma bharti) आज ही के दिन साल 1959 में MP के टीकमगढ़ में जन्मी थीं। वो अपने तीखे तेवर और बयानों को लेकर जनि जाती हैं। मध्य प्रदेश की राजनीति का उमा भारती ऐसा चेहरा और नाम हैं, जिसने 10 साल तक सत्ता रही कांग्रेस को हटाया और मध्य प्रदेश में BJP की जड़ें जमाईं। जिसकी बदौलत आज भी प्रदेश में BJP ही सत्ता पर काबिज है।

बचपन से आध्यात्म की ओर झुकाव
उमा भारती (uma bharti) ने महज छठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है, लेकिन बचपन से ही उन्हें हिंदू धर्मग्रंथो के अध्ययन का शौक था। बचपन से उन्होंने हिंदू धर्मग्रंथो का अध्ययन शुरू कर दिया था। वह अपने चार भाई और दो बहनों में सबसे छोटी हैं। उमा भारती अविवाहित हैं और उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगाने का व्रत लिया है। उमा भारती (uma bharti) ने अब तक तीन किताबें भी लिख चुकी हैं।

उमा भारती का राजनीतिक सफर
उमा भारती (Uma Bharti) के राजनीतिक सफर की शुरुआत ग्वालियर की राजमाता विजयाराजे सिंधिया के सानिध्य में हुई। उमा भारती (Uma Bharti) ने राम जन्मभूमि आंदोलन में अहम भूमिका निभाई। राम जन्म भूमि को बचाने उमा ने पार्टी से निलंबन के बाद भोपाल से लेकर अयोध्या तक की कठिन पद-यात्रा की। उन्होंने साध्वी ऋतंभरा के साथ मिलकर एक आंदोलन प्रारंभ किया। उमा भारती (Uma Bharti) ने जुलाई 2007, में रामसेतु को बचाने के लिए सेतु समुद्रम प्रोजेक्ट के विरोध में 5 दिन तक भूख हड़ताल भी की थी। उमा भारती (Uma Bharti) अपना पहला लोकसभा चुनाव 1984 में लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 1989 में उन्होंने खजुराहो से दोबारा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने 1991, 1996, 1998 में इस सीट पर अपना कब्जा कायम रखा। इसके बाद 1999 में वे भोपाल सीट से सांसद निर्वाचित हुईं। वाजपेयी सरकार में उमा भारती (Uma Bharti) ने मानव संसाधन विकास, पर्यटन, युवा मामले एवं खेल और अंत में कोयला और खदान जैसे कई राज्य स्तरीय और कैबिनेट स्तर के पदों का कार्यभार संभाला।

साल 2003 में बनीं मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश में 10 साल से राज कर रहे दिग्विजय सिंह को सत्ता से हटाने में उमा भारती की अहम भूमिका रही। प्रदेश से कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने वाली उमा भारती (Uma Bharti) को मध्य प्रदेश BJP का अध्यक्ष बनाया। उमा ने तुरंत केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और प्रदेश में आकर BJP की ऐसी जड़ें जमाईं कि दिग्विजय सिंह का सूपड़ा साफ साफ हो गया। साल 2003. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में BJP की सरकार बनते ही उमा भारती को एमपी का मुख्यमंत्री बनाया गया। उमा भारती मध्य प्रदेश की पहली सीएम बनीं.

8 महीने बाद ही देने पड़ा इस्तीफा
उमा भारती को मध्य प्रदेश का CM बने 8 महीने ही हुए थे कि इस बीच साल 1994 के एक मामले में उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया। वारंट हुबली कोर्ट से जारी किया गया था। ऐसे में उन्हें CM पद से इस्तीफा देना पड़ा। जिसके बाद प्रदेश की कमान शिवराज सिंह चौहान को सौंपी गई।

BM Dwivedi

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